सूफ़ी नाइट में चादर की रस्म, सूफ़ी महफिल और दूल्हे मोहम्मद हमजा वारसी का बर्थडे मनाया गया
मुम्बई। डॉ. अख्तर हसन रिज़वी और रुबीना अख्तर हसन रिज़वी की बेटी रुमेरा और हमजा Rumera and Hamza की शादी के जश्न की शुरुआत मुम्बई के ताज लैंड एंड होटल में एक शानदार समारोह "बिस्मिल्लाह सेरेमनी Bismillah Ceremony" के साथ हो गई है. इस कार्यक्रम में चादर की रस्म, सूफ़ी महफिल और दूल्हे मोहम्मद हमजा वारसी का बर्थडे मनाया गया.
12 दिसंबर जुमा को मदीना में दोनों का निकाह होगा. उससे पहले शादी के जश्न का माहौल शुरू हो गया है.
बिस्मिल्लाह सेरेमनी पूरी तरह कश्मीरी थीम पर आधारित रही जिसमें कश्मीरी खाना, कश्मीरी कहवा, कश्मीरी लोकगीतों की खुशबु बिखरी थी. दानिश-दावर (दानिश फारूक डार, दावर फारूक डार) ने लाइव नात पेश की. वकार खान और बैंड ने सूफ़ी गीतों की परफॉर्मेंस से मेहमानों को मंत्रमुग्ध कर दिया. अदनान मंजूर ने सारंगी पेश की. पहाड़ी गीतों की झलकियां पेश की गईं जिससे माहौल सूफियाना हो गया.
इस कार्यक्रम मे शामिल मेहमानों में सांसद वर्षा गायकवाड, विधायक असलम शेख, हाजी अराफात शेख, अबू आसिम आजमी, हिंदुस्तानी भाऊ, एक्टर अली खान, नासिर खान जैसी कई हस्तियां मौजूद रहीं.
रुबीना अख्तर हसन रिज़वी ने बताया कि जब रुमेरा पैदा हुई थी तभी सोचा था कि जब भी इसकी शादी करूंगी तो अलग तरीके से करूंगी. हम सब ने एक अलग कोशिश की. सभी मेहमानों ने इस कार्यक्रम को खूब एंजॉय किया.
बहुत खूबसूरत लग रही दुल्हन रुमेरा ने कहा कि मेरी मां ने मुझे जिंदगी के हर मोड़ पर बहुत सपोर्ट किया. इस तरह की शादी का कोई सपना देख सकता है. मैं खुशकिस्मत मानती हूं कि मैं उनकी बेटी हूं. सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा करती हूँ जो वे हमारी खुशी के लम्हों मे शामिल हुए और हमें दुआएं दी.
हमजा ने कहा कि ये मेरी जिन्दगी का सबसे अच्छा दिन है. मेरा बर्थडे भी था और जिस तरह इसे सेलेब्रिट किया गया वह यादगार रहा. मैं इन सब के लिए शुक्रिया अदा करता हूँ. निमंत्रण पत्र Invitation Card से लेकर मेहमानों को दिए जाने वाले तोहफे तक सबकुछ यूनिक था. और ये सब रुबीना अख्तर हसन रिज़वी का आइडिया था."
रुबीना अख्तर हसन रिज़वी ने बताया कि ये ग्रीन wedding थी. चूंकि मैं एनजीओ भी चलाती हूं इसलिए Sustainability टिकाऊपन पर अधिक ध्यान दिया. बिना पर्यावरण को नुकसान पहुँचाए शादी के कार्यक्रम का आयोजन किया. शादी कार्ड से लेकर गिफ्ट तक सब यूनिक था और सस्टेनेबल था. इन सब की ज्यादातर वेंडर महिलाएं थीं. लखनऊ और रामपुर से चादर बनकर आई थी जिससे चादर की रस्म अदा की गयी. शादी मे आमतौर पर मुगलई खाने का इन्तेजाम किया जाता है लेकिन मैंने ताज होटल्स में कश्मीरी खाने का प्रबन्ध पहली बार करवाया ये थोड़ा अलग कॉन्सेप्ट था जिसे सभी मेहमानों ने पसन्द किया. दानिश डावर Danish Dawar ने पहली बार लाइव प्रस्तुति दी वर्ना ज्यादातर उनकी स्टूडियो रिकार्डिंग होती है.
इस चर्चित शादी के फंक्शंस मे आगे कव्वाली नाइट, हल्दी कार्निवल, मेहंदी और मुशायरा होगा.

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